नावां सिटी । कमलेश पारीक। युद्ध का वर्णन करके श्रोता के हृदय में जोश पैदा करना आसान है ,पर आत्मा परमात्मा का हेय उपादेय का वर्णन कर श्राबक के के चित्त में होश का दिया जलाना आसान नहीं है /परम पूज्य गुरुदेव संत शिरोमणि108 आचार्य श्री विद्यासागर जी की असीम अनुकंपा से विधानाचार्य ब्रह्मचारी त्रिलोक जी के मंगल प्रवचनो ने याग मंडल विधान में श्राबक के चित्त में होश का दिया जलाते हुए धर्म ध्यान की राह प्रशस्त की /अंधकार को चीर कर पूर्व दिशा से जैसे सूरज जगत को जगमग करता है ऐसे ही याग मंडल विधान की धर्मोपदेश पीठ से विधानाचार्य ब्रह्मचारी त्रिलोक जी का भक्ति रस में भीगा प्रभु भक्ति में डूबा मधुर स्वर श्रद्धालुओ के चित्त को व्रत नियम संयम शील सदाचार से जगमग कर रहा था /भक्ति रस से अभिसिंचित धर्म सभा को संबोधित करते हुए ब्र.त्रिलेक जी ने कहा असफलता के अंधेरे के पीछे छिपा रहता है सफलता का सूरज /सफलता इस बात पर निर्भर नहीं करती कि आपके पास शक्ति का भंडार कितना है, सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप शक्ति का उपयोग कैसे करते हैं /जीवन में किसी भी क्षेत्र में सफल होने के लिए अपनी शक्ति को पहचान कर दुरुपयोग से बचते हुए शक्ति का श्रेष्ठतम सदुपयोग ही सफलता का आधार है/ हमारे पास क्या नहीं है इस तरफ से दृष्टि हटाकर हमारे पास जो है उसका श्रेष्ठतम सदुपयोग ही हमें जीवन के हर क्षेत्र में सफल बना सकता है यह प्रबंधन का युग है जिसका प्रबंधन अच्छा है उसकी सफलता अच्छी है /अतः धर्म जगत हो या शिक्षा जगत अथवा व्यापार जगत हो सभी जगह सफलता के लिए अपनी शक्ति का श्रेष्ठतम प्रबंधन ही हमे सफल बना सकता है /अतः सर्वप्रथम हम सब अपनी शक्ति को पहचान कऱ शक्ति का सदुपयोग करें /कार्यक्रम प्रवक्ता सुभाष जी के अनुसार आज याग मंडल विधान में मंडल पर इंद्राणीयो द्वारा मंगल कलशो की स्थापना एवं इंद्रो द्वारा लघु ध्वजो की स्थापना की गई शांति धारा करने का सौभाग्य श्रीमान महेन्द्र कुमार नितनकुमार सेठी को प्राप्त हुआ / कल प्रातकाल आदिनाथ भगवान एवं नेमिनाथ भगवान का महामस्तकाभिषेक उपरांत विश्व शांति महायज्ञ के साथ विधान आचार्य ब्रह्मचारी त्रिलोक जी के निर्देशन में मुख्य वेदी पर विराजमान किए जाएंगे
फोटो01 जेन समाज द्वारा विभिन कर्यक्रम आयोजित कर किया जा रहा धर्म प्रचार
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