हरमाड़ा (सीपी गहलोत) श्री अंजनीहनुमानधाम में प्रथम दिवस की कथा में भगवान का चरित्र ही परम धर्म है रामचरितमानस वेदों का सार है नाना पुराण निगम आगम शास्त्र है कथा वाचन करते हुए श्री तुलसीदास जी महाराज ने कहा कि श्री राम जी ही सत्य है कथा की समाप्ति के बाद में प्रवचन करते हुए परम पूज्य श्री महामंडलेश्वर श्री हरि कृष्ण दास जी महाराज वाले बाबा ने प्रवचन करते हुए कहा है कि श्री राम जी का प्राकट्य धर्म की स्थापना के लिए हुआ है श्री राम जी परोपकारी है श्री राम कथा अमृत वर्षा को मिलती है सत्संग की महिमा को बतलाया बिनु सत्संग हरि कथा भाग गए बिन राम अनुराग मिला रघुपति बिनु अनुरागा किए जो ज्ञान बिराजा संत श्री गुरुदेव है गुरु है सच्चे संत इस प्रकार खता की महिमा के बारे में बताया कि जब जब इस सृष्टि पर अधर्म का प्रभाव बढ़ा है धर्म का विनाश हुआ है धर्म की हानि हुई है तब तब हमारे श्री ठाकुर जी श्री राम जी अपने अवतार को धारण किए हैं परित्राणाय साधुनाम विनाशाय दुष्कृतम् धर्म संस्था पनाचे संभवामि युगे युगे कथा के समापन पर आरती हुई आरती में विभिन्न महाराज जी के कर कमलों के द्वारा आरती हुई आरती में सूरजमल ठेकेदार राम तवर लक्ष्मण धनाराम सैनी धनाराम बागड़ी सुशील जी सैनी सुशील सिंगोदिया नेमीचंद चांदोलिया राम अवतार महेश बाबू लाल आदि गणमान्य लोगों ने भगवान श्री राम जी की आरती का दर्शन कर अपने जीवन को कृतार्थ किया
राम कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव का हुआ आयोजन
हरमाड़ा (सीपी गहलोत) श्री अंजनीहनुमानधाम में प्रथम दिवस की कथा में भगवान का चरित्र ही परम धर्म है रामचरितमानस वेदों का सार है नाना पुराण निगम आगम शास्त्र है कथा वाचन करते हुए श्री तुलसीदास जी महाराज ने कहा कि श्री राम जी ही सत्य है कथा की समाप्ति के बाद में प्रवचन करते हुए परम पूज्य श्री महामंडलेश्वर श्री हरि कृष्ण दास जी महाराज वाले बाबा ने प्रवचन करते हुए कहा है कि श्री राम जी का प्राकट्य धर्म की स्थापना के लिए हुआ है श्री राम जी परोपकारी है श्री राम कथा अमृत वर्षा को मिलती है सत्संग की महिमा को बतलाया बिनु सत्संग हरि कथा भाग गए बिन राम अनुराग मिला रघुपति बिनु अनुरागा किए जो ज्ञान बिराजा संत श्री गुरुदेव है गुरु है सच्चे संत इस प्रकार खता की महिमा के बारे में बताया कि जब जब इस सृष्टि पर अधर्म का प्रभाव बढ़ा है धर्म का विनाश हुआ है धर्म की हानि हुई है तब तब हमारे श्री ठाकुर जी श्री राम जी अपने अवतार को धारण किए हैं परित्राणाय साधुनाम विनाशाय दुष्कृतम् धर्म संस्था पनाचे संभवामि युगे युगे कथा के समापन पर आरती हुई आरती में विभिन्न महाराज जी के कर कमलों के द्वारा आरती हुई आरती में सूरजमल ठेकेदार राम तवर लक्ष्मण धनाराम सैनी धनाराम बागड़ी सुशील जी सैनी सुशील सिंगोदिया नेमीचंद चांदोलिया राम अवतार महेश बाबू लाल आदि गणमान्य लोगों ने भगवान श्री राम जी की आरती का दर्शन कर अपने जीवन को कृतार्थ किया
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