निवाई (रामबिलास लांगड़ी)
राजेश पायलट की यह कहानी हौंसले, संघर्ष, लग्न और ईमानदारी की है जिसने एक इंसान को सपना पूरा करने की ताकत दी। उन्होंने देशभक्ति का अद्भुत परिचय दिया। 1971 की जंग में पाकिस्तान के कई ठिकानों को तबाह किया। राजनीति में ख्याति अर्जित की और शिखर पर पहुंचे।राजेश पायलट की पत्नि रमा पायलट ने ‘राजेश पायलट : एक जीवन’ नामक पुस्तक में बेहद सरल भाषा में उनकी शख्सियत के अनछुए पहलुओं से अवगत कराया है। शायद यह पहली पुस्तक है जिसमें राजेश पायलट की ज़िन्दगी के निजि जीवन पर इतने विस्तार के साथ लिखा गया है
मंगलवार को भाबरु कस्बे के गॉव लुहाकना कला में मंगलवार को पुर्व केन्द्रीय मंत्री राजेश पायलट की 19 वी पुण्यतिथि जीएसएस अध्यक्ष रामजीलाल स्वामी एंव किसान नेता भगवत सिंह की अध्यता में मनाई गई , मुख्य अतिथि युवा नेता प्रहलाद गुर्जर अतिथि अर्जुन लाल मीना एंव सामाजिक कार्य कर्ता पुरण मल लोमोड ने बताया की पायलेट साहब किसानो के मसीहा नेता थे और किसानो की आवाज को जोर शोर से संसद् में रखते थे , इस मोके पर दीनाराम,प्रहलाद कोली, बाबूलाल, श्योकरण गुर्जर सुरजाराम कुमावत, सुरेश वाल्मीक कृष्ण गुर्जर सन्तराम बलाई, जोहरी गुर्जर पूर्ण मल गुर्जर, जयनारायण यादव, भेैरुराम जाट, मामराज गुर्जर, इंद्रमल रेगर, श्यामलाल,गिरधारी बलाई राजू बलाई, बाबूलाल ज्योतिषी, दिनेश शर्मा राऊल मोदी,मामन स्वामी मनोहर सिंह, युवा समाजसेवी रघुवीर गुर्जर सहित अनेक लोग मौजुद थे।
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