- भानपुर कलां राआउमावि में चल रहा है 10 दिवसीय राष्ट्रिय युवा एकता शिविर
- पुष्कर धाम के दर्शन करने पहुंचा मिनी भारत
- राष्ट्रिय युवा योजना शिविर का समापन कल
भानपुर कलां
राष्ट्रिय युवा योजना के युवाओं ने शनिवार को सर्वोदयी एवम् गांधीवादी विचारक डॉ एसएन सुब्बाराव के नेतृत्व में सद्भावना का सन्देश देने अजमेर भ्रमण पर निकले। मीडिया प्रभारी कमलेश मीना ने बताया कि भानपुर कलां स्थित राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विधालय में सर्वोदयी एवम् गाँधीवादी विचारक डॉ एसएन सुब्बाराव के नेतृत्व में 8 जून से चल रहे दस दिवसीय राष्ट्रीय युवा योजना शिविर के दौरान युवाओं द्वारा सुबह ध्वज वन्दना कार्यक्रम के बाद श्रम संस्कार कार्यक्रम के अंतर्गत कस्बे में सफाई की गई। शिविर में 18 प्रान्तों के 360 युवा भाग ले रहे है। शनिवार सुबह युवाओ ने डॉ सुब्बाराम के नेतृत्व में अजमेर पुष्कर में ब्रह्मा के दर्शन किये एवम् रैली निकालकर सद्भावना सन्देश दिया। इसके बाद अजमेर में विशाल सद्भावना रैली निकाली गई। सद्धभावना रैली निकालकर लोगों को भाई चारे का सन्देश दिया। रंग बिरंगे परिधानों में सजे ये युवा वाकई भिन्नता में एकता, देश की एकता को प्रदर्शित किया। देशभर से अलग अलग परिधानों में युवा को अपने बीच पाकर अजमेर वासी अभिभूत हो गए। रैली में युवाओ ने "जयपुर हो या गोहाटी, अपना देश अपनी माटी" "तरुणाई की कामना, सद्धभावना सद्धभावना" युवा शक्ति की कामना - सद्धभावना सद्धभावना, हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई - आपस में सब बहन और भाई, सब धर्मों का हो सम्मान - मानव मानव एक समान, हाथ लगे निर्माण में - नहीं मारने नहीं मांगने, देश की रक्षा कोण करेंगे - हम करेंगे - हम करेंगे, भिन्न भाषा भिन्न वेष - भारत अपना एक देश आदि नारे एवम् भारत माता के जयकारों से अजमेर की धरती को देश भक्ति से औत प्रोत कर दिया। इस मौके पर
भारत की संतान प्रभारी नरेंद्र भाई महाराष्ट्र, दिल्ली से धर्मेन्द्र भाई, जोरा ग्वालियर शीतल भाई, केरल से प्रशांत भाई, हरियाणा से रणजीतसिंह, बिहार से दीपक कुमार, संजय कुमार, सतीश शर्मा बस्सी, कमलेश मीना कूकस, निरंजन बारोलिया, नरेंद्र शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद थे।
सर्व धर्म प्रार्थना सभा, सांस्कृतिक संध्या एवं भारत की संतान
शिविर प्रभारी हनुमान सहाय नायला ने बताया कि अजमेर में रैली के बाद सर्व धर्म प्रार्थना सभा डॉ सुब्बाराव द्वारा शुरू की। जिसमे बौद्ध, वैदिक-सनातन हिन्दू , इस्लाम, पारसी, यहूदी, ईसाई, सिक्ख, जैन धर्मो की प्रार्थना करवाई और इसके उपरांत "सबके लिए खुला है मंदिर-मस्जिद-गिरिजा ये है हमारा" भजन गाकर युवाओं को सभी धर्मों के प्रति सम्मान देने का आह्वान किया । इसके बाद सांस्कृतिक संध्या में 18 राज्यों से आये युवाओं ने अपने राज्यों का स्थानीय लोकनृत्य प्रस्तुत कर अपनी लोककला, पहनावा, बोली भाषा का परिचय दिया। कार्यक्रम के दौरान देश में बोली जाने वाली 18 भाषाओ सुब्बाराव ने सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसमे सभी भाषाओ के बोले जाने वाले स्थानों की वेशभूषा में प्रतिभागियों ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में "एक दुलारा देश हमारा प्यारा हिन्दुस्थान" गाने के साथ सभी को गगन भेदी नारों के साथ सम्पूर्ण वातावरण को देश भक्ति से औत प्रोत कर दिया।
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