संपूर्ण राजस्थान रात्रि 8:00 बजे बाद शराब बेचना दंडनीय अपराध है क्योंकि राजस्थान में प्रातः 10:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक ही शराब बेची जा सकती है इसके अलावा अगर आप शराब पीते हैं तो आप कानूनन अपराध है लेकिन बात करें कालवाड रोड की तो कालवाड रोड पर शराब माफिया बेखौफ नजर आ रहे हैं क्योंकि यहां तो अधिकारी ही जवाब देना नहीं चाहते वहीं राजस्थान सरकार आए दिन बातें करती नजर आती है और कहती है कि अगर रात्रि 8:00 बजे बाद कोई भी भी शराब माफिया शराब पाया जाता है तो उसका लाइसेंस कर दिया जाएगा लेकिन कालवाड रोड की तो बात कुछ और ही है यहां 17 किलोमीटर का सफर बायपास से लेकर कालवाड तक का है जहां अनुज्ञा धारी और बिना अनुज्ञा धारी बराबर से होते नजर आ रहे हैं
नहीं लगा रखे अनुज्ञा धारी और लाइसेंस की सारणी
आबकारी विभाग के निर्देशानुसार सभी शराब की दुकान संचालकों को अनुज्ञा धारी का नाम लाइसेंस नंबर और रेट लिस्ट लगाना अति आवश्यक है लेकिन कालवाड रोड की बात करें तो यहां शराब माफिया अनुज्ञा धारी का नाम लगाना फोन लाइसेंस नंबर लिखना कोई उचित नहीं समझते क्योंकि यहां ग्राहकों को पता नहीं रहता कि यह दुकान है या अवैध
कैसे पता चलेगा कौन सी दुकान पर है और कौन सी है अवैध
कालवाड रोड पर कालवाड से बाईपास के बीच 17 किलोमीटर के सफर में कालवाड हाथोज बजरंग द्वार और गोविंदपुरा में लॉटरी जारी होती है जहां पर आबकारी विभाग के नियमानुसार दुकान खोली जाती है लेकिन हाथोज में एक और दूसरी दुकान रोंजा माचवा, और राम कुटिया अवैध दुकानें भी उसी प्रकार जिस प्रकार उपरोक्त दुकाने हैं
17 किलोमीटर का अंतराल चार वेध तो चार अवैध दुकानें
कलवार रोड से कालवाड के मध्य दूरी 17 किलोमीटर की है जहां पर लगभग 8 दुकानें कॉलोनियों में और घरों में जो पूरा में भी जा रही हैं वह तो अलग बात है लेकिन यहां तो मुख्य सड़क पर ही आग से दुकान खोल दी गई है जिनमें कालवाड बजरंग द्वार हाथोज गोविंदपुरा आबकारी विभाग के नियमानुसार है लेकिन वही हाथोज में अनु गिरधारी के सामने दूसरी अवैध दुकान तो माचवा और राम कुटिया में तो कभी भी शटर उठाओ और शराब ले जाओ की स्थिति बना रखी है
कालवाड रोड पर 24 घंटे बिकती है शराब
कालवाड रोड पर लगभग 24 घंटे शराब बिकती नजर आती है यहां जब हमारा समाचार टीम पहुंची तो नजर आया कि रात्रि 9:00 बजे शराब की दुकान खुली थी तो प्रातः 9:00 बजे भी शराब की दुकानें खुली नजर आई
जिम्मेदार छुपा रहे मुंह
जब बात आती है जिम्मेदारी की तो सब मुझ पर नजर आते हैं ऐसा ही आबकारी विभाग में नजर आ रहा है जहां जयपुर जिला आबकारी अधिकारी रेखा माथुर सहित एक्साइज कमिश्नर सोमनाथ मिश्रा और जयपुर एडीशनल कमिश्नर मातादीन मुंह छुपाते नजर आ रहे जिला आबकारी अधिकारी रेखा ने कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दिया तो एक्साइज कमिश्नर सोमनाथ मिश्रा और एडिशनल कमिश्नर जयपुर मातादीन फोन उठाना ही उचित नहीं समझा
इनका कहना है
हमारी टीम लगातार राउंड कर रही है और जहां भी अगर ऐसी शिकायत आएगी मैं जांच करवा लूंगी इतना कहकर फोन काट दिया और आगे जवाब देना उचित नहीं समझा
रेखा माथुर जिला आबकारी अधिकारी
जयपुर के एडिशनल कमिश्नर मातादीन और एक्साइज कमिश्नर सोमनाथ मिश्रा ने फोन उठाना उचित नहीं समझा
अवैध दुकानों को बंद करवा कर वेद दुकानों की वीडियोग्राफी कर कार्यवाही की जाएगी
विकास शर्मा डीसीपी जयपुर पश्चिम पुलिस
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