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हिंदुस्तान पैट्रोलियम डीजल चोरी का मामला...... पुलिस ने दो मुख्य सरगना को किया गिरफ्तार......
























हरमाड़ा (सीपी गहलोत) । हिन्दुस्तान पेट्रोलियम की डीजल तेल पाईप लाईन से सेंधमारी कर डीजल चोरी करने के प्रकरण में हरमाड़ा थाना पुलिस ने दो मुख्य सरगना को शनिवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।डीसीपी (पश्चिम) विकास कुमार शर्मा ने बताया कि डीजल चोरी के मामले में मुख्य सरगना बलजीत सिंह उर्फ जीत विक्रम सिंह(40) निवासी लुधियाना पंजाब हाल कृष्णाविहार सिरसी रोड भांकरोटा और अंकित दुबे (28) निवासी बाराबंकी उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार किया है। पुलिस  ने अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। 


सरगनाओं द्वारा तेल पाईप लाईन में सैंध लगाने की बनाई थी योजना.......... 

पुलिस ने बताया  कि मुख्य सरगना बलजीत सिंह उर्फ जीत विक्रम सिंह, सरदार स्वर्णसिंह, अंकित दुबे व जितू उर्फ जितेन्द्र सिंह सोलंकी ने मिलकर एचपी पाईपलाईन से डीजल चोरी की एक कार्य योजना बनाई। इस योजना के तहत चारों ने मिलकर बालाजी धाम राजावास में रोड के पास स्थित एचपी पाईपलाईन के नजदीक ओमप्रकाश शर्मा व चन्द्रकान्त शर्मा के प्लॉट को चिन्हित किया। इन प्लाटों, मकानों पर अगस्त 2018 में चारों ने मिलकर ओमप्रकाश शर्मा व चन्द्रकान्त शर्मा के मकान का अंकित दुबे के नाम से  किराया नामा बनवाकर दोनों मकानों को किराये पर लिया । ओमप्रकाश अपने मकान में स्वंय रहता था तथा उसी ने चन्द्रकान्त शर्मा से दुरभाष से सम्पर्क कर प्लाट को किराये पर दिलवाया था। चन्द्रकान्त शर्मा झुन्झुनू रहता था। किराये पर प्लॉट लेने के बाद स्वर्णसिंह ने चन्द्रकान्त शर्मा के मकान से पाईपलाईन तक सुरंग बनाने के लिये अपने पूर्व से परिचित व रिश्तेदारों को बुलाकर चन्द्रकान्त शर्मा के मकान से पाईपलाईन तक सुरंग बनायी गयी । 

सुरंग बनाने का काम रात 9 बजे से रात 2 बजे तक होता था......... 

सुरंग बनाने का काम रात 9 बजे से रात 2 बजे तक ही किया जाता था। सुरंग से निकली मिट्टी आसपास के प्लॉटों में बिखेर दी जाती थी ताकि आसपास में रह रहे लोगों को जानकारी नहीं लगे। सुरंग बनाने में करीब 4 माह का समय लगा। सुरंग बनने के बाद स्वर्ण सिंह के द्वारा उत्तरप्रदेश से एक प्रशिक्षित व्यक्ति को बुलाकर पाईपलाईन में बैल्डिंग मशीन से छेदकर उसमें वाल्व लगाया गया। वाल्व लगाने के दौरान आग नहीं लगे इस संबंध में इनके पास पूर्व से कार्य करने की कला व जानकारी थी। पाईपलाईन के पास वाले प्लाट में लाईन डालने के बाद ओमप्रकाश शर्मा के मकान तक रात के समय ही पाईप लाईन दबायी गयी थी। ओमप्रकाश के मकान में ही डीजल का स्टोर ड्रमों में किया जाता था। करीब 4-5 माह पूर्व ओमप्रकाश के द्वारा अपने मकान से डीजल निकालने का मना करने पर बलजीत द्वारा अपने नाम से बालाजी धाम में 83-83 वर्गगज के दो प्लॉट 23 लाख रूपयों में खरीदे गये, उक्त खरीदे गये प्लाटों में टीनशैड लगाकर गोदामनुमा मकान बनवाया गया। गोदाम में स्वर्णसिंह द्वारा अपने परिचित की पाईप डालने की मशीन बुलाकर बलजीत के प्लॉट से चन्द्रकान्त शर्मा के प्लॉट तक पाईपलाईन बिछाई गयी। बलजीत के गोदामनुमा प्लॉट में ड्रम रखकर पाईपलाईन से चोरी का डीजल भरने लगे। स्वर्णसिंह चोरी किये गये डीजल के प्रति पिकअप बलजीत को 20 हजार रूपये देता था। उक्त 20 हजार रूपयों में से बलजीत 5 हजार रूपये जितेन्द्र सिंह व अंकित दुबे को देता था। पुलिस पूर्व में डीजल चोरी प्रकरण में चार चालकों, एक मकान मालिक, डीजल खरीदने वाले पेट्रोल पंप के मालिक, मुख्य सरगना के दो सहयोगी व एक ट्रांसर्पोटर कुल नौ जनों को गिरफ्तार कर चूकी है। गौरतलब है कि 20 जून को हरमाडा थाना पुलिस ने डीजल पाईप लाइन में सेंधमारी कर डीजल चोरी के मामले का पर्दाफास किया था।
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