कस्बा स्थित मालियों के मोहल्ले में सोमवार को आग लगने से चार छप्पर जलकर राख हो गए। जिससे छप्परों में बंधी 3 मवेशी जिन्दा जल गई। मवेशी को बचाने के प्रयास में एक व्यक्ति आग की चपेट में आने से झुलस गया। आग को देखकर एकत्रित लोगों ने सरपंच रामसहाय कांकरेलिया, पटवारी, अग्निशमन विभाग एवम् पुलिस थाने को मामले की जानकारी दी। ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार को मालियों के मोहल्ले में गुजर रही 11 हजार केवी बिजली लाइन में हवा के कारण स्पार्किंग हो गया। स्पार्किंग से निकली चिंगारी नीचे घासफूस एवम् लकड़ियों में लग गई जिसके कारण घासफूस जलने लगा। थोड़ी ही देर बाद पास ही के छप्पर में आग लग गई। आग धीरे धीरे एक के बाद एक चार छप्पर आग की को चपेट में आ गए। सुचना के तुरन्त बाद घटना स्थल पर पहुंचे सरपंच रामसहाय कांकरेलिया ने पानी के टेंकरों की तुरन्त व्यवस्था करवाई। जबतक एकत्रित ग्रामीणों ने आसपास के घरों से पानी लेकर आग बुझाने का असफल प्रयास किया। सुचना के करीब एक घण्टे बाद पहुँची दमकलकर्मी ने भी ग्रामीणों के साथ आग बुझाने के का प्रयास किया गया। लेकिन जब तक आग ने चारों छप्परों एवम् उसमे रखा सामान को अपने आगोश में कर चुकी थी। पटवारी रामवतार मीना ने मौके पर पहुँचकर मौका रिपोर्ट तैयार की। उन्होंने बताया कि बाबूलाल पुत्र कल्याण सहाय शर्मा के एक भैंस, एक गाय एवम् एक भैंस का बच्चा आग में जिन्दा जल गया एवम् एम् बछड़ी झुलस गई, नो बोरी गेहूं, दो बोरी जौ एवम् 50 मण चारा। कल्याण सहाय पुत्र लक्ष्मी नारायण शर्मा के एक भैंस एवम् गाय घायल हो गई, 40 मण चारा। रामनारायण पुत्र छोटूराम सैनी एक छप्पर, घरेलू सामान एवम् 20 मण चारा। वही सुरेश चंद पुत्र हनुमान सहाय शर्मा के एक छप्पर सहित 50 मण चारा जलकर राख हो गया। मोके पर पहुँचे पशुचिकिसक डॉ निशा स्वामी एवम् पशुचिकित्सक सहायक मूलचंद बुनकर ने घायल पशुओं का प्राथमिक उपचार किया। मोके पर पहुंची जमवारामगढ़ पुलिस ने भी घटना का जायजा लिया। इस मौके पर सरपंच कांकरेलिया सहित ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाई एवम् प्रशासन से पीड़ित परिवारों को उचित सहायता की मांग की। इस मोके पर युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव जितेंद्र सैनी, बनवारी सैनी, कानाराम बाड़ीवाल, भाजपा नेता बलवीर टेलर, सुरेश पंवार आदि सहित सेकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।
रामनारायण सैनी ने बचाई 2 मवेशियों की जान, खुद हुए आग में घायल
छप्परों में आग से मवेशियों को जिन्दा जलते देख रामनारायण सैनी का दिल पसीज गया। उसने आपने प्राणों की चिंता किये बगैर आग लग रहे छप्पर में घुसकर खूंटे से मवेशियों को बहार निकलना शुरू किया तभी छप्पर में लगी लकड़ी जलती हुए रामनारायण सैनी के शरीर पर गिर गई जिससे सैनी घायल हो गया और उसका करीब 40 प्रतिशत शरीर आग में झुलस गया। लेकिन वह तीन मवेशी को बचाने में सफल हुए। हालाँकि तीनों मवेशी भी छप्पर से बाहर निकलते निकलाते झुलस गई। घटना स्थल पर एकत्रित लोगों ने घायल सैनी को कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गए। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया। जिसको एसएमएस अस्पताल में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया।
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