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मृतक के पीडित परिवार को छह दिन बाद भी नहीं मिला न्याय



अलीगढ़/टोंक ।(रामबिलास लांगड़ी)   ट्रैक्टर चालक हरभजन उर्फ भजनलाल की 29 मई को हुई कथित हत्याकाण्ड को लेकर विगत छह दिन से धरने व तीन दिन से आमरण अनशन पर बैठे देवली-उनियारा विधायक हरीशचन्द्र मीणा और जहाजपुर विधायक गोपीचन्द मीणा व पीड़ित परिवार को छठे दिन भी राहत नहीं मिली , सरकार के प्रतिनिधि के रूप में सोमवार शाम को अनशन धरना स्थल पर आए राज्य सरकार के खाद्य मंत्री रमेश मीणा से भी पीडित परिवार व धरनार्थियों को निराशा ही हाथ लगी। 
सरकार के प्रतिनिधि राज्य सरकार के खाद्य मंत्री ने धरना  स्थल  पर जिला प्रशासन से वार्तालाप के बाद मंच से कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अगर हत्या होना पाया जाता है तो मृतक भजनलाल के आश्रित परिवार को सरकारी नौकरी दे दी जाएगी। ऐसी सरकार की मंशा है यह सुनकर अनशन स्थल पर जमा हजारों लोग पोस्टमार्टम करवाने से मना करते हुए पहली प्राथमिकता पीड़ित परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने के बाद ही पोस्टमार्टम करवाने पर अड़े रहे। इस बीच मंत्री ने माहौल को भांपते हुए घटनास्थल पर मौका मुआयना करने के बाद ही सरकार को पूरी स्थिति बताकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने का आश्वासन दिया। उसके बाद मंत्री ने कुछ लोगों के साथ घटनास्थल गणेत्या गाँव माईनर पर जाकर मौका स्थिति देखी और लोगों से मामले में पूछताछ की।
इससे पूर्व विधायक हरीश मीणा ने साफ कहा कि इतना बड़ा अपराध हुआ है इसे सरकार हत्या मानने को तैयार नहीं है और सरकार के नुमाइंदे इसे मुठभेड़ मानकर गलत रिपोर्ट भेज रही है।
जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा ने चेतावनी देते हुए कहा कि पीड़ित परिवार को नौकरी नहीं दी तो यह आंदोलन ओर उग्र होकर प्रदेश स्तरीय होगा।
सोमवार को उनियारा ब्लॉक में अलीगढ़ कस्बा, बनेठा कस्बा एवं नगरफोर्ट कस्बे के बाजार पूर्णत्या बंद रहा।
पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए व्यापार मंडल, सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों व सर्व समाज के सानिध्य में जगह जगह बाजार बंद करवाया गया। 
व्यापार मण्डल सहित सर्व समाज के लोगों ने हरभजन की निर्मम हत्या की सीबीआई से निष्पक्ष जांच कर हत्यारों को फांसी की मांग की गई। सर्व समाज ने विभिन्न कस्बों के बाजार बंद करवाकर जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और जिला प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाकर टोंक जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी तुरंत देने सहित सभी पांचों मांगों की मांग की।
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